अल्मोड़ा। प्रतिबंधित प्लास्टिक का प्रयोग करने पर अब जिला प्रशासन सख्त होने जा रहा है। डीएम वंदना ने आज प्लास्टिक प्रबंधन को लेकर एसडीएम, आरटीओ सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। डीएम वंदना ने प्रतिबंधित प्लास्टिक का प्रयोग करने पर चालान की कार्यवाही तेज करने के निर्देश दिये हैं।
प्लास्टिक प्रबंधन को लेकर डीएम वंदना ने आज अधिकारियों को चालान और नोटिस कार्यवाही तेज करने के निर्देश दिये। इस दौरान डीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़े के प्रबंधन हेतु ग्राम प्रधानों के लिए शपथपत्र का एक ड्राफ्ट बनाया जाए। जिसमे ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़े की कितनी मात्रा पैदा हो रही है। कूड़े का प्रबंधन ग्राम पंचायतें किस प्रकार कर रही हैं, गांवों में कूड़ेदान किस प्रकार से संचालित किए जा रहे हैं, समेत अन्य बिंदु शामिल हों तथा ग्राम प्रधानों से उक्त ड्राफ्ट में बनाया हुआ शपथपत्र प्राप्त करें।
डीएम ने आरटीओ को सभी टैक्सी यूनियन के साथ बैठकें करन और हाई कोर्ट के प्लास्टिक प्रबंधन के आदेश पर कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा सभी वाहन स्वामियों को कि नोटिस देते हुए यह बताया जाए कि सभी टैक्सी वाहनों में स्थाई डस्टबिन होना अनिवार्य है। एवं उसका इस्तेमाल भी अनिवार्य रूप से कराया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि गाड़ियों के डस्टबिन में होने वाले कूड़े के निस्तारण को लेकर भी वाहन चालकों को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए जाएं।
डीएम ने सभी एसडीएम को प्लास्टिक उत्पादों का प्रयोग करने वाले सभी कमर्शियल प्रतिष्ठानों को कूड़ा प्रबंधन के संबध में बैठक करने व नोटिस देने की कार्यवाही के निर्देश दिये। वही सभी सप्लायर के साथ भी बैठके कर प्लास्टिक प्रबंधन के संबंध में उन्हें भी दिशा निर्देश जारी करने के लिए कहा। वही डीएम ने सभी एसडीएम को प्लास्टिक प्रबंधन को लेकर समीक्षा करने के निर्देश जारी किये।
बैठक में डीएम ने प्रतिबंधित प्लास्टिक का प्रयोग करने पर संबंधितों के खिलाफ चालान की गतिविधियां बढ़ने के भी निर्देश दिए।