पांच कर्मचारी संगठनों के संयुक्त मोर्चा ने एस्मा के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। रोडवेज में कर्मचारियों की मांगों को लेकर बने संयुक्त मोर्चा के बैनर तले कर्मचारियों ने 31 जनवरी की मध्य रात्रि से संपूर्ण कार्य बहिष्कार का एलान किया है। कर्मचारियों ने 31 जनवरी की मध्य रात्रि से बसों के पहिए जाम का ऐलान किया है।
अपनी 13 सूत्रीय मांग को लेकर संयुक्त मोर्चा आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गया है। मोर्चा ने मांगों पर कार्यवाही नहीं होने पर पूरे प्रदेश में बसों का संचालन ठप्प करने की चेतावनी दी है। संविदा-विशेष श्रेणी चालक-परिचालक व अन्य कर्मचारियों के नियमितीकरण एवं अन्य मुद्दों को लेकर कर्मचारी अब सरकार और रोडवेज प्रबंधन से सीधे टकराव में हैं।
गौरतलब है कि बीते साल पांच सितंबर को रोडवेज प्रबंधन की मांग पर राज्य सरकार ने आंदोलन रोकने के लिए रोडवेज में छह माह के लिए एस्मा लागू कर दिया था। इस दौरान प्रबंधन के कई निर्णयों से कर्मचारियों में नाराजगी बनी है। चूंकि एस्मा के कर्मचारी हड़ताल या प्रदर्शन नहीं कर सकते थे। ऐसे में उत्तराखंड रोडवेज इंप्लाइज यूनियन के पदाधिकारियों ने संयुक्त मोर्चा का गठन किया है।
संयुक्त मोर्चा ने गांधी रोड स्थित रोडवेज कार्यालय में बैठक की। इस दौरान मांगे नहीं माने जाने पर 23 जनवरी को टनकपुर मंडल, 24 जनवरी को हल्द्वानी-नैनीताल बस अड्डे। जबकि 27 जनवरी को आइएसबीटी देहरादून पर एक दिवसीय धरना व प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद 31 जनवरी की मध्य रात्रि 12 बजे से प्रदेशव्यापी हड़ताल शुरू कर दी जाएगी।