बलवन्त सिंह रावत
रानीखेत। उत्तराखंड सरकार की सख्ती के बावजूद भी पब्लिक स्कूलों की मनमानी रूकने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला रानीखेत के मॉल रोड स्थित कनोसा कॉन्वेंट स्कूल का सामने आया है। जहां पब्लिक स्कूल मनमाने ढंग से अभिभावकों की जेबों पर डाका डाल रहा है।
उत्तराखंड सरकार ने सभी पब्लिक स्कूलों को एनसीईआरटी की किताबें चलाने के निर्देश दिए हैं। बावजूद इसके पब्लिक स्कूल अपनी मनपसंद पब्लिशिंग हाउस की किताबें पेरेंट्स को खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं। मामला रानीखेत के मॉल रोड स्थित कनोसा कॉन्वेंट स्कूल का सामने आया है। जहां स्कूल कमेटी ने कंसल बुक डिपो, मल्लीताल, नैनीताल को अपने स्कूल के सभी बच्चों की किताबों का सेट बनवाने के बाद बेचने के लिए स्थानीय चर्च में बुलाया। स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों से मीटिंग कर 28 मार्च से 02 अप्रैल तक डेडलाइन देकर खरीदने के लिए कहा। इसी क्रम में 28 मार्च को अभिभावक किताबें खरीदने के लिए स्थानीय चर्च में पहुंचे। जहां जूनियर केजी और सीनियर केजी की कापी किताबें बेचीं जा रही थी। मामले की शिकायत खण्ड शिक्षा अधिकारी एस एस चौहान को फोन पर दी गई। जिसके बाद खण्ड़ शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर चर्च में जो कापी किताबें बेची जा रही थी, उसे कंसल बुक डिपो के कर्मचारियों द्वारा बन्द कर दिया गया। जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने सभी अभिभावकों को व्हाट्स एप के माध्यम से सूचना दी कि कापी किताबें बांटने की तारीख़ आगे बड़ा दी गई है।
खण्ड शिक्षा अधिकारी एस एस चौहान ने कहा कि जो बच्चों की कॉपी किताबे अभिभावकों को बेची जा रही है। यह बहुत ही गलत है। इस प्रकार की शिकायत जब हमें प्राप्त हुई, उसके लिए तत्काल एक जांच अधिकारी कल ही नियुक्त किया जा चुका है। जैसे ही जांच रिपोर्ट प्राप्त होती है। उसके बाद तुरंत अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।