बलवन्त सिंह रावत
रानीखेत: अभिभावकों से महंगी किताबें और एनसीईआरटी की किताबों के अलावा अलग प्रकाशन की किताबें खरीदवाने व चलाने को लेकर उत्तराखण्ड सरकार सख्त दिखाई दे रही है।
बीते दिनों प्राइवेट स्कूलों में महंगी किताबे खरीदवाने व अलग प्रकाशन की किताबें चलाने को लेकर शिकायत सामने आई थी। इसी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी उत्तराखंड सरकार द्वारा इसमें संज्ञान लेते हुए सभी जिलों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं कि जिले में उन सभी प्राइवेट स्कूलों का निरीक्षण किया जाए। जिन स्कूलों में महंगी किताबें व एनसीईआरटी किताबों के अलावा अलग प्रकाशन की किताबें चलती हुई मिलती है, तो उन स्कूलों को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया जाएं। इसी निर्देश को संज्ञान में लेकर जिलें में चल रहे प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ जांच अभियान शुरू किया गया है।
इसी क्रम में विकासखण्ड ताड़ीखेत के खंण्ड शिक्षा अधिकारी एस एस चौहान द्वारा जांच टीमें गठित कर विकासखण्ड ताड़ीखेत के कई प्राइवेट स्कूलों में छापेमारी की गई। जांच अभियान प्रातः 8 बजे से शुरू किया गया। छापेमारी के दौरान कई स्कूलों में महंगी व अलग प्रकाशन की किताबें चलती हुई पाई गई। जिसकी जांच रिपोर्ट खंण्ड शिक्षा अधिकारी को सौंप दी गई थी।
खंण्ड शिक्षा अधिकारी एस एस चौहान ने बताया कि हमने 11 टीम गठित कर 15 प्राइवेट स्कूलों का निरीक्षण करवाया था। जिसमें 10 प्राइवेट स्कूल एशियन अकेडमी चिलियानौला, कनोसा कान्वेंट रानीखेत, रीना चिल्ड्रेन अकेडमी रानीखेत, बीयरशिवा स्कूल चिलियानौला, मार्डन पब्लिक स्कूल ताड़ीखेत, केपीएस पब्लिक स्कूल ताड़ीखेत, सरस्वती शिशु मंदिर ताड़ीखेत, माउण्ट सिनाई धमाईजर, चिल्ड्रेन अकेडमी सौनी, जे0एण्डजे0 सिटी माण्टेसरी स्कूल गनियाधोली में अलग प्रकाशन की किताबें चलती पाई गई। जिनके विरुद्ध नोटिस भेजा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि शिकायत मिलने पर आगे भी यह कार्यवाही जारी रहेगी।