गोपाल गुरूरानी
अल्मोड़ा। हवालबाग विकासखंड के दर्जनों गांवों में गुलदार का आतंक छाया हुआ है। जूड़-कफून और डोबा गांव में गुलदार आये दिन घर के आंगन में घुसकर पालतू पशुओं को निवाला बना रहा है। इससे इन ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने शासन, प्रशासन और वन विभाग से पिंजरा लगाने की मांग की है। लेकिन वन महकमा आंख मूंदे सोया है।
जूड़, कफून, डोबा खूंट, धामस, धारी, नौला सहित कई गांवों में गुलदार एक के बाद एक पशुओं को निवाला बना रहा है। लेकिन चैन की नींद सोया वन विभाग यहां भी किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। आलम ये है कि ग्रामीणों की आंखों के सामने गुलदार पशुओं को अपना निवाला बना रहा है। बीते एक सप्ताह में कफून गांव के राम सिंह के तीन पालतू पशुओं को गुलदार ने निशाना बना दिया है। चार दिन पहले राम सिंह की आंखों के सामने गुलदार उनकी बकरी को उठा ले गया। ग्रामीणों के पीछा करने पर गुलदार ने बकरी को छोड़ दिया। लेकिन घायल बकरी ने दम तोड़ दिया। इसके बाद अगले दिन गुलदार फिर से राम सिंह की बकरी को उठा ले गया। जबकि रविवार के दिन गुलदार ने उनके बछड़े को अपना निवाला बना दिया है। आर्थिक रूप से कमजोर राम सिंह अब मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
कफून गांव में ही गोधन सिंह की बछिया को गुलदार उठा ले गया। घर के आंगन में बधी बछिया को गुलदार सुबह 8 बजे झपट्टा मार उठा ले गया। वहीं नन्दन सिंह के कुत्ते को आंखों के सामने गुलदार ने शिकार बना डाला। उनकी पत्नी नल पर पानी भर रही थी, इसी बीच गुलदार ने कुत्ते को भी निवाला बना डाला। कफून के पान सिंह के बैल को भी गुलदार ने पास के जंगल में मार डाला।
आये दिन गुलदार के गांव में घुसने से अब जूड, कफून और डोबा गांव में दहशत का माहौल बना है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण अब गुलदारों को पकड़ने की मांग उठाने लगे हैं। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र में दो गुलदार घूम रहे हैं। इससे अब गांव के लोगों पर भी जान का संगट बन आया है। जनप्रतिनिधियों का कहना है कि ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल वन विभाग के अधिकारी को गांव में पिंजरा लगाने की मांग कर चुका है। लेकिन वन विभाग ने कोई कार्यवाही ंनहीं की है। क्षेत्र के सगत सिंह, पान सिंह, बिपिन गुरूरानी, ग्राम प्रधान रेंगल भीम सिंह, पूरन सिंह लटवाल, महेन्द्र सिंह लटवाल, बच्ची राम, गोपाल सिंह भगत, सरपंच डोबा तारा सिंह, नवीन तिवारी सरपंच सरना, चंदन कांडपाल सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने पिंजरा लगाने की मांग की है।