क्षेत्र पंचायत सदस्यों की बैठक में हंगामा, सीडीओ अल्मोड़ा की हुई तीखी बहस…

क्षेत्र पंचायत सदस्यों की बैठक में हंगामा, सीडीओ अल्मोड़ा की हुई तीखी बहस…

द्वाराहाट विकासखंड सभागार में बीडीसी बैठक होनी सुनश्चित हुई जिसमे जिले के जिलाधिकारी को भी पहुंचना था, मगर जिलाधिकारी की व्यस्तता के चलते मुख्य विकास अधिकारी, अल्मोडा सदन में पहुंचे। रिपोर्ट – बलवन्त सिंह रावत

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही पेयजल विभाग के अधिकारियों को ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने सवाल और पानी की परेशानी बताई। इसी क्रम में ग्राम प्रधान कुना, ग्राम प्रधान उरोली, क्षेत्र पंचायत सदस्य मुझोली ने जल जीवन मिशन के तहत सवाल किए और कहा कि विभाग द्वारा अपनी मनमानी करके ठेकेदारों से काम लिया गया। मगर ग्राम प्रधान को इसकी खबर ही नहीं। वहीं पार्ट 1 में यही स्थिति रही। बताते चलें कि अब पार्ट 2 के काम शुरू हो रहे है। क्या यह भी इसी प्रकार चलेगा। क्षेत्र पंचायत सदस्य जगदीश बुधानी ने ग्राम पुजाखेट में पेयजल टैंक बनाने की बात पर सवाल किया कि पिछली बैठक में क्षेत्रीय विधायक मदन सिंह बिष्ट की मौजूदगी में टैंक निर्माण की सहमति दी गई थी। जो अभी तक नही हो पाया ऐसा क्यों। सीडीओ अल्मोड़ा ने विभाग से तुरंत कार्यवाही करने के निर्देश देते हुवे कहा कि इसकी सारी जानकारी जल्दी ही उपलब्ध कराई जाए।

अभी बैठक शुरुआती दौर में चल रही थी कि क्षेत्र पंचायत सदस्य और सांसद प्रतिनिधि कैलाश भट्ट ने अपनी बात रखनी शुरू ही की ही थी, कि पिछली बैठक की कार्यवाही का क्या हुआ तो इसी बीच मुख्य विकास अधिकारी ने कैलाश भट्ट को बैठने के लिए कहा और कहा कि प्रधान अपनी बात रखें। बस यहां पर से बैठक ने हंगामे का रूप ले लिया। कैलाश भट्ट ने कहा कि बैठक बीडीसी की है और अध्यक्ष महोदय से बात की जा रही है, आप केवल समस्या को सुनें और उसका निराकरण करें। इतना सुनते ही मुख्य विकास अधिकारी ने अपने हाथ पर रखे पेपर को टेबल पर पटका और बैठक छोड़ कर बाहर निकल गए।

इतना देख सभी सदस्य अक्रोशित हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर सदन छोड़ कर मुख्य गेट पर धारने पर बैठ गये, काफी देर तक हंगामा चलाता रहा। मुख्य विकास अधिकारी को काफी मनाने को बाद सदस्य माने, और सदन की कार्यवाही के लिए सहमत हुवे।

सदन में ग्राम प्रधान धन्यारी प्रकाश अधिकारी ने खिरो घाटी नदी पर द्वाराहाट बाजार क्षेत्र की गंदगी जाने की बात कही और उसके समाधान के बारे में पूछा जिसे विभाग द्वारा टालमटोल कर सवाल को ही घुमा दिया। बैठक में कृषि विभाग, उद्यान विभाग के अधिकारियों से भी सवाल किए गए‌। क्यों नहीं किसान निधि खातों में आ रही है। दूनागिरी उद्यान में जो 7000 पेड़ सेब, कीवी, पुलम आदि के लगाए जा रहे हैं उनकी देखभाली का क्या है किस प्रकार उन पेड़ों को विभाग जिंदा रख सकेगा।

इसी के साथ विद्युत विभाग के बिना रिडिंग के बिल भिजवाना रोज नगर और गांवों में शट डाउन के बहाने बिजली का जाना। पीएमजेएसवाई की सड़कों पर भी सवाल उठाए गए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि सदन में जो समस्यायें सदस्यों द्वारा रखी गयी है उन शिकायतों का तत्काल संज्ञान लेते हुए उनका निस्तारण किया जाय।

इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि कैलाश भट्ट, संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत जयकिशन, परियोजना निदेशक चन्द्रा राज, तहसीलदार लीना चन्द्रा, ज्येष्ठ प्रमुख नंदिता भट्ट, बीडीओ संतोष जेठी, प्रधान संगठन अध्यक्ष नरेन्द्र अधिकारी, जगदीश बुधानी, भूपेन्द्र कांडपाल, कन्नू साह, प्रकाश अधिकारी, दीवान अधिकारी, मनोज मेहरा के साथ सभी विभागीय अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।

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