देहरादून। उत्तराखंड में बिजली दरों को लेकर अब सियासी करंट दौड़ता दिखाई देगा। शुक्रवार 16 दिसंबर को कांग्रेस प्रदेश भर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।
उत्तराखंड यूपीसीएल के बिजली की दरों को बढ़ाने के प्रस्ताव तैंयार करने के बाद अब बिजली दरों को बढ़ाने का अंतिम फैसला विद्युत नियामक आयोग को करना है। यूपीसीएल की ओर से विद्युत नियामक आयोग में दरें बढ़ाने के लिए याचिका दायर की जाएगी। नियामक आयोग की ओर से फैसला लेने के बाद एक अप्रैल 2023 से बिजली की बड़ी हुई कीमतें लागू की जाएंगी। विद्युत मूल्य में बढ़ोतरी के विरोध में कांग्रेस संगठन शुक्रवार को पूरे प्रदेश में आन्दोलन करेगा। और सरकार को महंगाई के मोर्चे में घेरने का प्रयास करेगा।
आपको बता दें कि ऊर्जा निगम मुख्यालय में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में यूपीसीएल की बोर्ड बैठक में बिजली की दरें 7.72 फीसदी दर बढ़ाने का प्रस्ताव पास हुआ है। इसके बाद उत्तराखंड में बिजली महंगी हो सकती है। यूपीसीएल की बोर्ड बैठक में घरेलू बिजली दर में पांच प्रतिशत जबकि औद्योगिक बिजली दरों में सात से आठ प्रतिशत बढ़ोतरी की सिफारिश की गइ है। यूपीसीएल की ओर से विद्युत नियामक आयोग में दरें बढ़ाने के लिए याचिका दायर की जाएगी। दरें बढ़ाने का फैसला नियामक आयोग की ओर से लिया जाएगा। जिसके बाद बढ़ी हुई दरें एक अप्रैल 2023 से लागू की जाएंगी।