अल्मोड़ा। यूकेपीएससी, यूकेट्रिपलएससी सहित कई परीक्षाओं में धांधली के बाद अब बेरोजगार प्रशिक्षित युवाओं को सब्र टूटता दिखाई दे रहा है। उत्तराखण्ड में परीक्षा घोटालों के विरोध में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैंयारी कर रहे छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया और सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। आक्रोशित छात्रों ने प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर सरकार के सामने पांच सूत्रीय मांगे रखी हैं।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और राज्य लोक सेवा आयोग उत्तराखंड समेत अन्य सरकारी परीक्षाओं में पेपर लीक के मामले सामने आये हैं। परीक्षा घोटालों को लेकर अल्मोड़ा में छात्र-छात्राओं ने मुखर होकर धरना प्रदर्शन किया और सरकार के विरोध में नारेबाजी की। चौद्यानपाटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैंयारी कर रहे छात्र-छात्राओं ने एकत्र होकर भ्रष्टाचार मुक्त परीक्षा कराने की मांग की है। प्रदर्शन में द एस्पिरेंट कोचिंग सेंटर के संचालक अजय जोशी ने छात्र-छात्राओं की ओर से राज्य सरकार से पांच मांगों पर कार्यवाही की मांग की। कांग्रेस और बीजेपी की सरकारों को घेरते हुए उन्होंने कहा कि राज्य बनने के बाद सभी सरकारी भर्तियों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। संजय चतुर्वेदी और हाकम सिंह जैसे नकल माफियाओं के कारण पैसे के बल पर भर्ती की जा रही है। जबकि पढ़ा-लिखे छात्र-छात्राएं बेरोजगार घूम रहे हैं। अजय जोशी ने यूकेपीएससी, यूकेट्रिपलएससी परीक्षाओं की सीबीआई जांच कराने, नकल विरोधी कानून लाने, नकल माफियाओं को सलाखों की पीछे भेजने और पटवारी परीक्षाओं की डेट आगे बढ़ाने की मांग की है। जबकि मांग पूरी नहीं होने पर क्रमबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी है।
प्रदर्शन में मनोज पांडे, मनीष, कमलेश, नीरज, सौरव, हिमाशी, राधा, प्रिया, अंजलि सहित कई छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।