अल्मोड़ा में फरवरी के सर्द महीने में इस साल गर्मी का अहसास होने लगा है। फरवरी की शुरूआत के साथ ही दिन में तापमान में दिन-ब-दिन बढ़ोतरी होने लगी है। जाड़ों के दिनों में तापमान बढ़ने का असर भी दिखाई देने लगा है। मार्च के सीजन में जंगलों में लगने वाली आग जनवरी के महीने से ही जंगलों को सुलगाने लगी है। फरवरी के महीने में जंगलों की आग के तांडव का आलम इस बात से लगा सकते हैं कि आग बुझाने के लिए फायर बिग्रेड बुलानी पड़ रही है।
फरवरी के महज दूसरे ही दिन तापमान में भारी बढ़ोतरी होने लगी है। मंगलवार 2 फरवरी को अल्मोड़ा नगर का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेंटीग्रेट रहा। तापमान बढ़ने का असर अब पानी कि किल्लत और जंगल में आग के रूप में दिखाई देने लगा है। ग्लोबल वार्मिंग के चलते इस बार जनवरी के महीने से जंगल आग में दहकने लगे हैं। मंगलवार के दिन कसार देवी के आबादी क्षेत्र के जंगलों में आग लग गयी। ग्रामीणों के प्रयास के बाद आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इसके बाद फायर स्टेशन से फायर जवानों ने फायर टेंडर के साथ पहुंच कर आग पर काबू किया।
मंगलवार को धूप में तेजी लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी दिखाई दी। लोग दिन में धूप की तपिश को मार्च की धूप के बराबर बता रहे थे। जाड़ों की सीजन में इस साल बारिश केवल नाम मात्र की हुई है। ऐसे में फरवरी में लगातार बड़ रही गर्मी बड़े संकट की ओर इशारा कर रही है। गर्मियों में जंगलों में भीषण आग, पानी की किल्लत, खेती-बागवानी में असर, सहित कई गंभीर विषयों की ओर संकेत दे रही है।