अल्मोड़ा। बीते दो दशकों से जंगल बचाने की मुहिम में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे गजेन्द्र पाठक को मुख्य वन संरक्षक ने सम्मानित किया है। मुख्य वन संरक्षक कुमाऊ प्रसन्न कुमार पात्रो ने 26 जनवरी को वन वानिकी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए स्याहीदेवी विकास मंच शीतलाखेत के गजेन्द्र पाठक को सम्मानित किया है।
गौरतलब है कि स्याहीदेवी क्षेत्र में बीते 20 सालों से शीतलाखेत क्षेत्र में जंगल बचाने के लिए आंदोलन चलाया जा रहा है। यहां गजेन्द्र पाठक जंगलों को आग से बचाने के लिए कई सालों से लोगों को जागरूक कर रहें हैं। इसी क्रम में गजेन्द्र पाठक व अन्य सामाजिक लोगों के द्वारा जंगलो की सुरक्षा के लिए गम्भीर प्रयास किये गए हैं। क्षेत्र में जंगलो को आग से बचाने में स्थानीय ग्रामीणों, महिलाओं और युवाओं ने बड़ चढ़कर योगदान दिया है। यहां महिलाओं ने वनों को बचाने के लिए विशेष योगदान दिया है। महिलाओं ने चूल्हे में जलाने के लिए हरे वनों से लकड़ी नहीं काटने का संकल्प लिया है। स्थानीय ग्रामीण महिलाओं के संकल्प के बाद इस क्षेत्र में चौड़ी पट्टी के पेड़ों को नहीं काटा जाता है। बीते 20 सालों के अथक प्रयास के बाद अब शीतलाखेत के जंगलों में चीड़ के जंगलों के बीच बांज, बुरांश, काफल, उतीष, अय्यार, पांगन के पौंधे प्राकृतिक रूप में उगने लगे हैं। डीएफओ अल्मोड़ा ने गजेंद्र पाठक के पुरुस्कृत किये जाने पर हर्ष व्यक्त किया तथा कहा कि शीतलाखेत क्षेत्र के लोगो का वन एवं वन जीवो के समर्पण अनुकरणीय है।