पिंजरे में कैद हुआ सिंगोली क्षेत्र में आतंक का पर्याय बना गुलदार, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

पिंजरे में कैद हुआ सिंगोली क्षेत्र में आतंक का पर्याय बना गुलदार, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

रिपोर्ट – बलवन्त सिंह रावत
स्थान – रानीखेत

रानीखेत। ताडी़खेत विकासखंड के सिंगोली गांव क्षेत्र में आतंक का पर्याय बना गुलदार आखिरकार वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में कैद हो गया।

बता दे कि रानीखेत वन क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम सभा सिगोली में दिनांक 27.06.2023 को कमला देवी उम्र 65 वर्ष को गुलदार द्वारा हमला कर घायल किया गया था। उक्त घटना क्षेत्र में प्रमुख वन संरक्षक (वन्य जीव)/ मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक उत्तराखण्ड देहरादून व प्रभागीय वनाधिकारी अल्मोडा वन प्रभाग अल्मोड़ा के आदेशानुसार घटना क्षेत्र में पिंजरा व चार कैमरा ट्रैप लगाया गया था। क्षेत्र में वन क्षेत्राधिकारी व टीम द्वारा नियमित गश्त की गयी। जिसमें हर रोज गुलदार के हमले में घायल हो चुकी महिला के पुत्र पंकज सिंह पवार द्वारा पिंजरे मे कुत्ता रखा जाता रहा। गत रात्रि कुत्ते का शिकार करने के लिए आया गुलदार पिंजरे में कैद हो गया।

रविवार प्रातः वन क्षेत्राधिकारी तापस मिश्रा को ग्रामीणों द्वारा दूरभाष पर सूचना दी गयी कि पिंजरे में गुलदार कैद हो गया है। वन क्षेत्राधिकारी रानीखेत द्वारा टीम के साथ मौके पर पहुंच कर गुलदार को रेसक्यू कर राजकीय वाहन से रेसक्यू सेन्टर कार्बेट टाईगर रिजर्व ढेला में ले जाया जा रहा है। पशु चिकित्साधिकारी द्वारा गुलदार की जांच की जायेगी।

इस अवसर पर वन क्षेत्राधिकारी तापस मिश्रा, वन दरोगा संजय सिंह रावत, वन वीट अधिकारी जगदीश सिंह, त्रिभुवन उपाध्याय, तुला सिंह, नवीन चन्द्र तिवारी, अमर सिंह, वाहन चालक हरीश कुमार व ग्राम सभा सिंगोली के ग्रामीणो द्वारा भी सहयोग किया गया है।

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