अल्मोड़ा। डीएम विनीत तोमर की अध्यक्षता में बुधवार को अल्मोड़ा कलक्ट्रेट में जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति की बोर्ड बैठक का आयोजन किया। बैठक में तमाम मुद्दों पर मंथन किया गया। साथ ही धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधाएं मुहैय्या कराने पर जोर दिया गया।
डीएम ने कहा कि मंदिर प्रबंधन समिति में कर्मचारियों या वॉलिएंटर्स का कार्यकाल बढ़ाने के लिए अब हर साल कर्मचारियों के कार्यों आदि का रिव्यू किया जाएगा। प्रबन्धक, उपाध्यक्ष, पुजारी प्रतिनिधि और तहसील स्तर के अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर ही कर्मचारियों का सेवाकाल विस्तारित किया जाएगा। तय हुआ कि कर्मचारियों को यात्रा भत्ता भी दिया जाएगा।डीएम ने हर माह दानपात्रों से चढ़ावे की गिनती मशीन के माध्यम से कराने और धनराशि का ब्यौरा उपाध्यक्ष और पुजारी प्रतिनिधि को भी देने के निर्देश प्रबंधक को दिए। डीएम ने प्रबंधक को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द मंदिरों के गर्भगृह में बिजली व्यवस्था दुरुस्त करें। बैठक में एडीएम सीएस मर्तोलिया, एसडीएम गोपाल सिंह चौहान, तहसीलदार बरखा जलाल, नायब तहसीलदार डीएस सलाल, उपाध्यक्ष नवीन भट्ट, पुजारी प्रतिनिधि पंडित नवीन चन्द्र भट्ट, प्रबंधक ज्योत्स्ना पंत आदि मौजूद रहे।
दो दशक पुराने खाते की होगी छानबीन
बैठक में उपाध्यक्ष ने बताया कि 2013 से पूर्व भी जागेश्वर में एक मंदिर समिति अस्तित्व में थी। उस समिति के खातों में करीब 23 लाख रुपये जमा थे। 2013 में हाइकोर्ट के आदेश पर गठित मंदिर प्रबंधन समिति के खाते में पूर्व की समिति की रकम नहीं आ पाई है। समिति को भी उन खातों या बैंकों की जानकारी तक नहीं है। डीएम ने अधिकारियों के निर्देश दिए कि सम्बंधित बैंक खातों की जल्द से जल्द छानबीन करें।
बैठक में उपाध्यक्ष के प्रमुख प्रस्ताव
-मंदिर समिति कार्यालय में स्थापित बायोमेट्रिक मशीन को जल्द ठीक कर प्रबंधक व वेतनभोगी वेतनभोगी कर्मियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति व्यवस्था शुरू हो। मशीन में चेक इन के साथ चेक आउट की व्यवस्था लागू हो। बायोमेट्रिक मशीन से जनरेट उपस्थिति के आंकड़ों के आधार पर ही वेतन आहरण हो।
- बिल या प्रस्ताव पास करने के लिए फाइव मेंबर कमेटी का अनुमोदन अनिवार्य हो।
- मंदिर समिति कर्मियों को ऑफिस के कार्य के लिए बाहर जाने पर यात्रा भत्ता दिया जाय।
- सांस्कृतिक मंच के पास से कूड़ा डंपिंग जोन हटाया जाय।
- ट्रस्ट डीड के अनुसार सामाजिक कार्यो में धनराशि व्यय की जाय।
-मंदिर प्रबंधन समिति का सीएजी ऑडिट जल्द कराने की कार्यवाही शुरू हो।
पुजारी प्रतिनिधि ने ये रखे प्रस्ताव
- मुख्य मंदिरों के गर्भगृह में अलमारी की व्यवस्था हो।
- एकत्र की गई चांदी को गलाकर बर्तन और ब्रिक्स आदि बनाए जाएं।
-श्मशान घाट की सफाई व्यवस्था के लिए कर्मचारी तैनात हो।
-बृह्मकुण्ड के चेंजिंग रूम के दरवाजे दुरुस्त किये जाएं। - वीआईपी की पूजा और दर्शन की जानकारी पुजारी प्रतिनिधि को समय पर दी जाय।