अल्मोड़ा। लोक कलाकार महासंघ उत्तराखंड के बैनर तले अल्मोड़ा में लोक कलाकार धरने पर बैठ गये। उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोक गायक दीवान सिंह कनवाल भी धरने का समर्थन किया। दीवान कनवाल लोक कलाकारों के साथ धरने पर बैठे। लोक कलाकारों का कहना है कि संस्कृति विभाग ने कलाकारों को लम्बे समय से भुगतान नहीं किया है। कलाकारों ने मांगे पूरी नहीं होने पर आन्दोलन तेज करने की चेतावनी दी है।
अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर लोक कलाकारों ने आज चौद्यानपाटा में प्रदर्शन किया। कलाकारों ने हुड़के की थाप पर लोक गीत गाकर अपना विरोध जताया। प्रदर्शन कर रहे लोक कलाकारों का कहना है सरकार की अनदेखी के चलते लोक कलाकारों आर्थिक परेशानी झेल रहे हैं। लोक कलाकार महासंघ के अध्यक्ष गोपाल चम्याल ने कहा कि कलाकार चार प्रमुख मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। चार प्रमुख मांगों में लोक कलाकारों के लम्बित बिलों का शीघ्र भुगतान, मानदेय वृद्धि, कोरोना काल से आर्थिक तंगी से परेशान सांस्कृतिक लोक दलों का सूचना निदेशालय में आडिशन और दलों को पूर्व ग्रेड में सम्बद्ध करना शामिल है। अध्यक्ष गोपाल चम्याल ने कहा कि यदि मांगे पूरी नहीं होती हैं तो आन्दोलन तेज किया जायेगा और कलाकार सड़कों पर उतरेंगे।
वहीं सुप्रसिद्ध लोक गायक दीवान सिंह कनवाल ने कहा कि उत्तरखंड के लोक कलाकारों को दो से तीन साल तक भुगतान नहीं होता है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ कलाकार के तौर पर सरकार तक मांगों को पहुंचाने के लिए धरने को समर्थन दे रहा हूं।
चौद्यानपाटा में प्रदर्शन के दौरान वरिष्ठ रंगकर्मी दीवान कनवाल, प्रदेश अध्यक्ष लोक कलाकार महासंघ गोपाल चम्याल एवं प्रदेश महिला उपाध्यक्ष ममता वाणी भट्ट, जिला अध्यक्ष लोक कलाकार महासंघ देवेंद्र भट्ट, उपाध्यक्ष संदीप नयाल, विनोद कुमार ,महिला उपाध्यक्ष शीला पंत, महासचिव दयानंद कठेत, उप सचिव इंदर गोस्वामी, मनोज चम्याल, गोकुल बिष्ट, चंदन बोरा, सुरेश लाल, रमेश लाल, नारायण थापा, रंगकर्मी प्रियंका चम्याल, मनीषा आर्या, अंबिका आर्या, महिमा आर्या, प्रकाश लाल, पंकज कुमार, जगदीश तिवारी, मानसी बोरा, पूजा बिष्ट, प्रियंका बिष्ट, पंकज बोरा, लकी पवार सहित कई रंगकर्मी मौजूद रहे।