गोविन्द सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय रानीखेत मे संचालक मंडल की मीटिंग सम्पन्न

गोविन्द सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय रानीखेत मे संचालक मंडल की मीटिंग सम्पन्न

रिपोर्ट – बलवन्त सिंह रावत

रानीखेत: गोविन्द सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय रानीखेत मे संचालक मंडल की मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसमे डॉक्टर तारा आर्या
डायरेक्टर कुमाऊँ-मंडल सहित सयुंक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत सांसद प्रतिनिधि, विधायक प्रतिनिधि, कोषाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे। मीटिंग मे सभी विषयो पर चर्चा हुई। संचालक मंडल की मीटिंग मे सर्वसम्मति से 2023-24 का बजट को पास किया गया। वजट के पास होने से जहा एक ओर संविदा कर्मचारियो की वेतन की समस्या का समाधान हो जाएगा।

डॉक्टर तारा आर्या, डायरेक्टर कुमाऊँ-मंडल ने बताया कि मै यहा पर संचालक मंडल की मीटिंग में आई हूॅ। उन्होंने बताया कि इसमें हम दस लोगों की एक कार्यकारिणी होती हैं। उसके हिसाब से हम चिकिसालय की बेहतरी के लिए प्लान बनाते है। मुख्य चिकिसा अधिकारी एवं मुख्य जिला अधिकारी के सामंजस्य से और विधायक प्रतिनिधि एवं कोषागार और सांसद प्रतिनिधि, सबका समन्वय होता है। मिटिंग मे चिकित्सालय की बेहतरी के लिए सबके विचारों को लिया जाता है।

डायरेक्टर कुमाऊँ-मंडल ने चिकित्सालय मे चल रहे कार्यो का जायजा लेते हुए बताया कि मैंने ये पाया है यहा पर बहुत सा कार्य चल रहा है। जो इसका तीसरा तल है, वहा कोविड केयर सेंटर बन रहा है, और साथ में कार्यालय भी बनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि विधायक प्रमोद नैनवाल जी को प्रस्ताव भेजा जाना है एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक के पास एंट्री गेट पर ही बनाया जाए।

डॉक्टर तारा आर्या ने सुझाव दिया कि मैने देखा कि प्रसूति कक्ष दूसरे तल पर बना हुआ है, पर रैंप की सुविधा उपलब्ध है। तो एक इमरजेंसी प्रसूति कक्ष बनाया जाए। आईपीएचएस के मानकों के अनुसार इसमें प्री लेबर रूम, लेबर रूम और पोस्ट डिलीवरी इरोम होने चाहिए। रानीखेत चिकीसालय रेफर आपताल न बनें इसलिए सारी सुविधाएं यहीं उपलब्ध होनी चाहिए।

संचालक मंडल की मीटिंग मे मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नही पहुचने पर डॉक्टर तारा आर्या, डायरेक्टर कुमाऊँ-मंडल ने बताया कि वो किसी और जरूरी मीटिंग में व्यस्त हैं, पर इतनी जरूरी मीटिंग में अगर मुख्य चिकित्सा अधिकारी नहीं आ सकते थे, तो उन्होंने कम से कम अपना प्रतिनिधि भेजना चाहिए था। जहा सभी लोग अपना कीमती वक्त निकालकर इस मीटिंग में आए थे। इसे महज एक चर्चा का विषय न बनाकर मीटिंग को कारगर बनाना चाहिए था। इस पर हम उन्हे नोटिस भेज रहे हैं कि वो अब भविष्य में ऐसी गलती न करें।

इस अवसर पर सयुंक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत जय किशन, सांसद प्रतिनिधि दीप भगत, विधायक प्रतिनिधि हर्ष पंत, कोषाधिकारी कक्ष के डी शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर संदीप कुमार दिक्षित, डॉक्टर राजेश बर्मा, प्रशासनिक अधिकारी पूरन सिंह अधिकारी उपस्थित रहे।

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