अल्मोड़ा। दिल्ली से अल्मोड़ा लौटी निर्मला फर्त्याल स्वरोजगार से जुड़कर अच्छा मुनाफा कमा रही है। हवालबाग विकासखंड के कनालबूंगा गांव की निर्मला फर्त्याल मशरूम की खेती और मधुमक्खी पालन कर सालाना लाखों रूपये कमा रही है।
कोरोना महामारी ने कई लोगों के रोजगार छीन लिए। ऐसा ही एक परिवार हवालबाग विकासखंड के निर्मला फर्त्याल का भी रहा। कोरोना महामारी के बाद उनको परिवार के साथ दिल्ली छोड़कर अपने गांव कनालबूंगा आना पड़ा। यहां निर्मला ने स्वयं सहायता समूह बनाया। इसके बाद राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर इस महिला समूहा को आरएफ और सीसीएल की धनराशि मिली। साथ ही समूह को आरसेटी हवालबाग के माध्यम से मशरूम की ट्रेनिंग दी गयी।
हवालबाग विकासखंड की निर्मला फर्त्याल के समूह ने मशरूम की खेती कर इसे बेचना शुरू किया। इससे निर्मला फर्त्याल को अकेले 35 हजार रूपये सालाना आय होने लगी। निर्मला मशरूम उत्पादन के साथ मधुमक्खी पालन का काम भी कर रही है। और शहद बेच कर सालाना 2 लाख रूपये कमाई कर रही है।